धमतरी - जिले में आज व्यापक स्तर पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य आपदा की स्थिति में प्रशासनिक तैयारियों, त्वरित कार्यवाही और विभिन्न विभागों के बीच बेहतर समन्वय सुनिश्चित करना था।मॉक ड्रिल का आयोजन खूबचंद बघेल बैराज (रूद्री बैराज) में किया गया। निर्धारित समय पर आपदा परिदृश्य की घोषणा होते ही जिला प्रशासन एवं संबंधित विभागों की टीमें सक्रिय हो गईं। राहत एवं बचाव कार्यों के लिए जिला नगर सेनानी बैरक एवं हाल को राहत शिविर,स्वास्थ्य शिविर तथा भोजन वितरण केंद्र के रूप में चिन्हांकित कर व्यवस्थाओं का परीक्षण किया गया।
इस अवसर पर लाइफ गार्ड टीम ने टापू में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने,डूबते व्यक्ति को बचाने, सीमित साधनों और स्थानीय सामग्री से राहत कार्य करने का साहसी प्रदर्शन किया। लाइफ गार्ड टीम में सर्वश्री शभू राम, कलीराम, जितेन्द्र, टिकेश साहू, योगेश, अनिल, प्रेम, विष्णु, नरेंद्र, चंदू, चंद्रभान, कृष्ण कुमार, बोधन, चंद्रकांत, धर्मराज, अरविन्द, राधेश्याम, भेषराम, अमित और चंद्र कुमार बचाव दाल में शामिल थे।साथ ही आस्का लाइट, लाइफ जैकेट, लाइफ बोट, सर्चिंग लाइट, वॉकी-टॉकी आदि उपकरणों का उपयोग कर आपदा प्रबंधन की जानकारी दी गई। राजधानी रायपुर से आपदा प्रबंधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ऑनलाइन जुड़कर सभी गतिविधियों का अवलोकन कर रहे थे।
जिला नगर सेनानी शोभा ठाकुर के निर्देशन में सिविल डिफेंस दल ने राहत एवं बचाव कार्यों का प्रत्यक्ष प्रदर्शन किया। अपर कलेक्टर एवं नोडल अधिकारी श्री रामकुमार कृपाल ने आपदा प्रभावितों की पहचान और राहत वितरण की कार्यप्रणाली समझाई। विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री लीलाधर चौधरी ने विद्यालय स्तर पर आपदा प्रबंधन तैयारियों की जानकारी दी।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. यू.एल. कौशिक के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग ने शिविर में स्वास्थ्य परीक्षण एवं आपातकालीन उपचार का अभ्यास किया। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता हेमलाल कुरसिया ने जल निकासी, बाढ़ प्रबंधन और सुरक्षित पेयजल आपूर्ति की कार्ययोजना प्रस्तुत की। पंचायत स्तर पर राहत शिविर संचालन की जानकारी एसीईओ लक्ष्मण सिंह साहू तथा बीपीएम प्रेम सिन्हा ने दी।
इस मौके पर डिप्टी कलेक्टर मनोज मरकाम, डिप्टी कलेक्टर बलराम मरकाम, सीईओ जिला पंचायत दीपक ठाकुर, जिला परिवहन अधिकारी मुजाहिद खान, विभिन्न विभागों के अधिकारी व ग्रामीणजन उपस्थित रहे।
मॉक ड्रिल के माध्यम से यह सुनिश्चित किया गया कि किसी भी आपात स्थिति में जिला प्रशासन त्वरित एवं प्रभावी कार्यवाही कर सके। प्रशासन ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे आपदा की स्थिति में धैर्य बनाए रखें और प्रशासन एवं आपदा प्रबंधन टीम के निर्देशों का पालन करें, ताकि जनहानि और नुकसान को न्यूनतम किया जा सके।
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